
सूरत (योगेश बी मिश्रा) शहर में मुंबई से मेफेड्रोन ड्रग्स लाकर सप्लाई करने से पहले पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। सूरत शहर पुलिस की एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) ने आरोपी के पास से 352.070 ग्राम मेफेड्रोन ड्रग्स, जिसकी कीमत 35,20,700 रुपए है, जब्त की। इसके साथ ही 89,900 रुपए की नकदी और 20,000 रुपए का एक मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है। कुल जब्त संपत्ति का मूल्य 36,30,600 रुपए आंकी गई है। सूरत पुलिस कमिश्नर अनुपमसिंह गहलोत ने नो-ड्रग्स इन सूरत सिटी अभियान चला रखा है। जिसका उद्देश्य सूरत शहर को ड्रग्स से मुक्त करना है। इस अभियान के तहत पुलिस लगातार विभिन्न राज्यों से सूरत में आने वाले ड्रग्स की तस्करी पर नजर रख रही है और कड़ी कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने यह सफलता सूरत शहर में ड्रग्स की सप्लाई को रोकने के प्रयास के तहत हासिल की है। एसओजी के एएसआई इम्तियाज फकर मोहम्मद और हेड कांस्टेबल जगशीभाई शांति ने एक गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की। उन्हें सूचना मिली थी कि मुंबई से एक व्यक्ति सूरत में मेफेड्रोन ड्रग्स सप्लाई करने आ रहा है। इसके बाद पुलिस ने अडाजण इलाके में स्टार बाजार के पास एलपी सवार रोड पर क्रोमा सेंट्रल के सामने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया।
आरोपी हर सप्ताह एमडी ड्रग्स के लिए मुंबई जाता था
ड्रग्स माफिया आसिफ शेख हर सप्ताह 500 ग्राम एमडी ड्रग्स लेने के लिए मुंबई जाता था। वह ट्रेनों के माध्यम से ड्रग्स लाकर सूरत में पेडलरों को बेचता था। पुलिस को उसके मोबाइल से 25 से अधिक पेडलरों के नंबर मिले हैं। पिछले एक साल वह सक्रिय था। आसिफ शेख मुख्य रूप से वेसू, पाल, अडाजण, रांदेर, मानदरवाजा, न्यू सिटी लाइट, सिटी लाइट, पिपलोद,अलथाण जैसे पाश इलाकों में ड्रग्स सप्लाई करता था। वह मुंबई से लाए गए एमडी में मिलावट करके उसे डबल माल बना देता था। पुलिस को शक है कि आसिफ शेख नवदुर्गा उत्सव के दौरान ड्रग्स देने आया था। वह पुलिस से बचने के लिए केवल ‘हां या ना’ में व्हाट्सएप कॉल के जरिए पेडलरों से बात करता था और बाद में चैट डिलीट कर देता था।
मुंबई से ड्रग्स लाने के बाद सूरत शहर में सप्लाई करने से पहले की पकड़ा गया
इस दौरान पुलिस ने आरोपी मोहम्मद आसिफ अब्दुल रसीद शेख (उम्र 40) को गिरफ्तार किया, जो लिंबायत सूरत के पिनाकल सोसाइटी में रह रहा है और उत्तर प्रदेश के बांदा जिले का मूल निवासी है। आरोपी के पास से 352.070 ग्राम मेफेड्रोन ड्रग्स बरामद हुई। जिसकी कीमत 35,20,700 रुपए बताई जा रही है। इसके साथ ही ड्रग्स बेचने से संबंधित 89,900 रुपए की नकदी और एक मोबाइल फोन भी जब्त किया गया, जिसकी कुल कीमत 36,30,600 रुपए है। आरोपी से पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह बेरोजगार था और अपने मौज-शौक पूरे करने के लिए उसने यह गैरकानूनी धंधा शुरू किया था। उसने मुंबई से वांटेड सप्लायर से ड्रग्स खरीदी और फिर सूरत में छोटी मात्रा में उसे बेचने की योजना बनाई। उसने कुछ दिन पहले भी मुंबई से ड्रग्स मंगवाई थी, लेकिन इस बार उसे सूरत में बेचने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने अडाजण पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।