अवैध चिन्हित किये गए क्लिनिकों पर ए.सी.एम.ओ. की कार्यबाही के बाद भी कैसे संचालित हो रहे क्लिनिक
एडी न्यूज लाइव

फर्रुखाबाद (सूरज चौहान ) ए.सी.एम.ओ. रंजन गौतम द्वारा कार्यबाही कर अवैध क्लिनिको पर ताला डालने की कार्यवाही संज्ञान में आई थी किन्तु देखने को मिल रहा है कि क्लीनिक पूर्व व्रत संचालित हो रहे है। आखिरकार अवैधानिक डॉक्टर कानून और शासन की अनदेखी कर किसके संरक्षण में निर्भीकता से क्लीनिकों को संचालित कर रहे? नेताशाही या अफसर साही या नादानी जो भी हो अति चिंताजनक है। यदि वो पपर्याप्त योग्य है और पर्याप्त चिकित्सा सम्बन्धी अहर्यता प्राप्त है तो उनपर पूर्व में चिकित्सा अधिकारीयों द्वारा निषेधात्मक कार्यवाही किस लिए हुई? यदि वो दोषी है तो कानून से खिलवाड़ कियूं? जनता जानना चाहती कि आखिर प्रदेश सरकार के निर्देशों के वाद भी इन विसंगति गतिविधियों का कारण जिद्दी अनैतिक घोषित चिकित्सक है या भृष्टाचरण अथवा लापरवाही युक्त प्रशासन?
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ज्ञात हो फर्रुखाबाद में मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार जनपद की स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार लाने और अवैध अस्पतालों पर नकेल कसने के लिए ऐ.सी.एम.ओ. रंजन गौतम द्वारा कार्यबाही कर अवैध क्लीनिक अस्पतालो को सील किया गया था और अव भी लगातार इस मुहीम को बिना रुके अंजाम दे रहे हैं हालांकि इस मुहिम का विशेष असर पड़ता नही दिख रहा जहां एक तरफ अवैध घोषित क्लिनिकों को वन्द कराया जा रहा वही बो क्लिनिक अगले दिन से खुलने भी लगते जिसपर या तो ये अयोग्य चिकित्सक खुद को योग्य मानते हुए प्रसाशन को चुनोती दे रहे या फिर किसी शासनिक या नेताशाही से संरक्षण को प्राप्त किये बेखौफ हैं। यदि पर्याप्त वैधानिक पात्रता होती तो पूर्व में इनको किसी दुराग्रह से तो बन्द नही किया जाता इसलिए देखना है उच्चाधिकारी इस समस्या का क्या निराकरण करते है?