
सूरत (योगेश मिश्रा) शहर में पुलिस के डंडे से ही पुलिसवालों को पीटा गया। घटना शहर के अठवा क्षेत्र में हुई है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस घटना को 17 घंटे बीत जाने के बाद एफआईआर दर्ज हुई। भाटेना इलाके में संदेहास्पद लगने वाले आरोपियों का पीछा करने गए सलाबतपुरा पुलिस स्टेशन के दो पुलिसकर्मियों को चार से पाच लोगों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। जिसका एक सीसीटीवी फुटेज भी सामाने आया है।इतना ही नहीं, आरोपियों ने पुलिसकर्मियों के हाथ में मौजूद डंडे से ही उन्हें मारा। आरोपियों में से एक ने चाकू से पुलिसकर्मी पर हमला करने का भी प्रयास किया, लेकिन पुलिसकर्मी की जैकेट ने उसे बचा लिया। उसे कोई चोट नहीं आई। बता दें कि कुछ ही दिनों में पुलिस पर हमला करने की दूसरी घटना है और वह भी अठवा क्षेत्र में। इसी इलाके में एक बूटलेगर ने पुलिसकर्मी पर कार चढ़ा दी थी। उसके कुछ ही दिनों बाद इस क्षेत्र में सलाबतपुरा थाना क्षेत्र के दो पुलिसकर्मियों पर चार से पांच लोगों ने हमला कर दिया।
शक होने पर पुलिसकर्मी पीछा कर रहे थे
सलाबतपुरा पुलिस स्टेशन के डी-स्टाफ के कॉन्स्टेबल भूपेंद्र और पुंजाभाई बुलेट पर रात में भाटेना क्षेत्र के पंचशील सोसायटी में गश्त कर रहे थे। तभी, रिक्शे में बैठे चार-पांच लोगों ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश करने लगे। कॉन्स्टेबल भूपेंद्र और पुंजाभाई ने संदेह होने पर उनका पीछा किया। सलाबतपुरा से रिक्शे में बैठे ये असामाजिक तत्व नानपुरा क्षेत्र तक पहुंचे। लेकिन जब आरोपियों को लगा कि पुलिस लगातार पीछा कर रही है, तो उन्होंने अपना ऑटो रोक दिया और बाहर आकर दोनों पुलिसकर्मियों को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। पुलिस जो डंडा लेकर उन्हें पकड़ने गई थी, उसी डंडे से दोनों पुलिसकर्मियों को आरोपियों ने मारा। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
घटना के बाद भी नहीं हुई शिकायत दर्जः घटना होते ही
पुलिसकर्मियों ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी और अठवा पुलिस स्टेशन की PCR वैन मौके पर पहुंची। लगभग रात एक बजे यह घटना हुई थी, लेकिन 17 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिसकर्मियों की शिकायत दर्ज क्यों नहीं की गई? यह एक बड़ा सवाल है।
अधिकारियों ने क्या कहा?
सलाबतपुरा पुलिस स्टेशन जिस जोन में आता है, वहां के डीसीपी भगीरथ गढ़वी ने कहा-रात में यह घटना हुई थी और अठवा पुलिस स्टेशन की P.C.R. वैन वहां पहुंची थी। इसलिए अठवा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई। इस पूरे मामले पर डीसीपी विजयसिंह गुर्जर ने कहा- हमें इस बारे में जानकारी मिली है और शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पुलिसकर्मियों को बुलाकर उनकी शिकायत दर्ज की जाएगी। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सूरत पुलिस के उच्च अधिकारियों को अब तक यह पता ही नहीं था कि उनके पुलिसकर्मियों पर आरोपियों ने किस हथियार से हमला किया है। स्टेशन डायरी में घटना की एंट्री दर्ज होने के बावजूद अब तक रात में शिकायत दर्ज की गई थी।