
सूरत (योगेश मिश्रा) शहर के पांडेसरा जीआईडीसी में संचालित उद्योग भारती विद्यालय की शुरुआत 1998 में पांडेसरा के उद्योगपतियों के द्वारा की गई थी । इसका प्रबंधन पांडेसरा केलवानी मंडल द्वारा किया जाता है ।पांडेसरा क्षेत्र में रहने वाले मध्यम वर्ग और निम्न मध्यम वर्ग के परिवार के बच्चों को न्यूनतम लागत पर सर्वोत्तम बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के साथ शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से विद्यालय की शुरुआत की गई थी । विद्यालय को इस तरह से डिजाइन किया गया है की माता-पिता और छात्रों को पूरी सुविधा के साथ संतुष्ट भी मिले विद्यालय का लक्ष्य निरंतर एवं पूर्णतया प्रदान करना है विद्यालय हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यमों में संचालित किया जाता है ।जीआईडीसी के श्रमिक बच्चों के उत्तम शिक्षा व उनकी सुरक्षा को लेकर एक विशेष अभियान चलाकर लोगों को शिक्षा के क्षेत्र में जागरूक किया । इस कार्यक्रम को अशोक भाई जरीवाला, प्रिंसिपल तेजस्विनी पटेल, विद्यालय के प्रेसिडेंट कमल विजय तुलसियान, वाइस प्रेसिडेंट जितेंद्र बखरिया, चिराग भाई ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि विद्यालय का उदय उद्देश्य श्रमिक परिवारों में रहने वाले बच्चों के उत्तम शिक्षा के साथ उन्हें सुरक्षित रखने की विशेष व्यवस्था की गई है । आपको बताते चलें कि उद्योग भारती विद्यालय प्रबंधन के द्वारा फीस में भी उत्तम सुविधा दी है जिसमें फीस भरने वाले सभी अभाव को फीस में 25% छूट देने की घोषणा की है । आपको बताते चले कि उद्योग भारती शहर का इकलौता ऐसा विद्यालय है जहां पर सभी वर्ग के लोगों को शिक्षा दीक्षा प्रदान करने में अपनी अहम भूमिका निभाती है । मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि श्रमिक के बच्चे जब माता-पिता मजदूरी करने जाते हैं तो उनके बच्चे अकेले रहते हैं जिसको गंभीरता से लेते हुए विद्यालय परिवार के द्वारा इसकी विशेष सुविधा प्रदान की है जिसमें बच्चों के खेलने कूदने व्यायाम करने के लिए बड़े मैदान के साथ-साथ स्वच्छ पानी, 24 घंटे सीसी कैमरे की नजर में रहने के लिए करीब 200 से अधिक कैमरों को लगाया गया है ताकि कभी भी कोई भी बच्चा असुरक्षित न रहे । बच्चों के आने-जाने के लिए वाहनों की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है । जिसमें कहा कि मजदूर वर्ग के बच्चों के लिए विशेष सुविधा दी जाएगी साथ ही साथ विद्यालय में निर्धन के साथ सभी वर्ग के बच्चे इस विद्यालय में अपना दाखिला कर सकते हैं ।