
सूरत (योगेश मिश्रा) शहर में राजस्थान के अलवर के चाचा-भतीजे ने सूरत के युवक को ऑनलाइन हनीट्रैप में फंसाकर आत्महत्या के लिए मजबूर किया, ऐसे कई गिरोह सक्रिय हैं आयोग की ओर से सिम कार्ड और बैंक खाते को वांछित घोषित किया गया है और आगे की जांच की गई है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सूरत के कतारगाम इलाके में 9 दिन पहले एक 23 साल के युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस जांच में पता चला है कि युवक ने किसी जाल में फंसने के बाद यह कदम उठाया था कतारगाम पुलिस ने दो दिन पहले मामला दर्ज किया, राजस्थान के छतरपुर, अलवर के 38 वर्षीय कालू खान और उसके 17 वर्षीय भतीजे को ले जाया गया अपने भतीजे को अपने घर में बैठाएं और कॉल करें, भानेज़, जो केवल 10 पुस्तकों में शिक्षित था, ने दूसरे मोबाइल फोन पर एक वीडियो कॉल शुरू की और Google पर एक नग्न वीडियो शुरू किया और वीडियो कॉल में दिखाया, बाद में बराकत धमकी देकर पैसे की मांग करेगा इसके आधार पर दूसरे व्यक्ति को बदनाम करना।
इस संबंध में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस आयुक्त अनुपमसिंह गहलौत ने कहा कि कतारगाम पुलिस की टीम तकनीकी निगरानी के आधार पर राजस्थान के अलवर पहुंची और पांच दिनों तक स्थानीय लोगों की तरह कपड़े पहनकर वहां रहने के बाद दो बाइक लेकर रोजाना 100 से 150 किलोमीटर की यात्रा की. आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस को इस अपराध में जिन दो आरोपियों ने सिम कार्ड और बैंक खाता दिया था, उनकी भी जानकारी मिल गई है युवक सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी हासिल कर लड़की के नाम पर लड़की से संपर्क करता है और उसे अपने जाल में फंसाता है और इस क्षेत्र में ऐसे कई गिरोह सक्रिय हैं।