
सूरत (योगेश मिश्रा) सूरत नगर निगम में भ्रष्टाचार का एक और मामला सामने आया है। आम आदमी पार्टी के दो पार्षदों पर पे एंड पार्क ठेकेदार से 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। इस मामले में एक पार्षद को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 6 मार्च, 2024 को विपुल सुहागिया और एक अन्य पार्षद जीतू काछड़िया मगोब टीपी स्कीम नंबर-53 में मल्टी-लेवल पार्किंग स्थल पर चक्कर लगाने आए। दोनों पार्षदों ने पार्किंग स्थल की इमारत में नगर निगम की सब्जी मंडी की दुकानों और वहां लोगों द्वारा रखे गए रसोई के बर्तनों की तस्वीर ली।
पूना ग्राम वार्ड के आम आदमी पार्टी के पार्षद विपुल सुहागिया और जीतेंद्र काछड़िया ने नगर निगम के पे एंड पार्क ठेकेदार से मल्टी-लेवल पार्किंग स्थल पर नाजायज कब्जे और अन्य मुद्दों को निपटाने के लिए 11 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। ठेकेदार ने इस मामले में एसीबी में शिकायत दर्ज कराई और सीसीटीवी फुटेज और ऑडियो रिकॉर्डिंग जैसे सबूत भी पेश किए।
एसीबी ने शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए पार्षद विपुल सुहागिया को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि पार्षद जीतेंद्र काछड़िया अभी भी फरार हैं।