
सूरत (योगेश मिश्रा) शहर में दिल्ली पुलिस और CBI अधिकारी बनकर वीडियो कॉल के जरिए ठगी करने वाले गिरोह के एक आरोपी को सूरत साइबर क्राइम सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी सद्दी कार्तिक (उम्र 33) जिला रंगारेड्डी, हैदराबाद (तेलंगाना) का रहने वाला है। आरोपी ने फरियादी को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर 23.50 लाख की ठगी की थी। गिरोह के सदस्यों ने फरियादी को कॉल कर खुद को CBI अधिकारी अनिल यादव, हेड कॉन्स्टेबल सुनील (वसंतकुंज साउथ, दिल्ली पुलिस) और दिल्ली कस्टम के CRCI अतुल सिंह बताया। आरोपियों ने फरियादी से कहा कि उनके पार्सल से 140 ग्राम MDMA ड्रग्स, 16 फर्जी पासपोर्ट और 58 बैंक ATM कार्ड मिले हैं। साथ ही, ह्यूमन ट्रैफिकिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के दो केस दर्ज होने की बात कहकर धमकाया। आरोपियों ने फरियादी को एक फर्जी दिल्ली कोर्ट का ऑर्डर और CBI अधिकारी का कन्फिडेंशियल एग्रीमेंट भेजा, जिसमें बताया कि CBI रेड होने वाली है। फिर, बैंक अकाउंट में पड़े पैसे को लीगलाइज करवाने की बात कहकर 23.50 लाख ट्रांसफर करवा लिए। बाद में, आरोपियों ने फरियादी को फर्जी नोटराइज लेटर भेजकर पैसे लौटाने की बात कही, लेकिन ठगी कर ली । आरोपी सद्दी कार्तिक ने अपने बंधन बैंक अकाउंट को इस ठगी में इस्तेमाल किया था। उसने नासता फरार आरोपी विकास कुमार राउत को 1.50 लाख कमीशन पर अकाउंट दिया था। फरियादी के 23.50 लाख इसी अकाउंट में ट्रांसफर हुए थे। जांच में सामने आया कि 19 सितंबर 2024 से 30 नवंबर 2024 के बीच इस अकाउंट से 3.58 करोड़ से अधिक के लेन-देन हुए थे।