
सूरत (योगेश मिश्रा) शहर के पांडेसरा इलाके में एक व्यक्ति ने पत्नी का गर्भपात करवाने के बाद बच्चे का शव सड़क पर फेंक दिया। दूसरा बच्चा नहीं चाहिए था, इसलिए पिता मोहम्मद इरफान ने पत्नी को गर्भपात की दवा खिलाई, रात 2 बजे 6 माह के शिशु को जन्म दिलवाया और फिर बच्चे का शव सड़क पर फेंक दिया।पांडेसरा पुलिस ने इस मामले में मोहम्मद इरफान और मेडिकल स्टोर मालिक लखाराम चौधरी को गिरफ्तार कर लिया। सुबह 6 बजे, कैलाशनगर चौकड़ी बीआरटीएस स्टेशन के पास स्थानीय लोगों को एक बच्चे का शव दिखाई दिया। सूचना मिलते ही पांडेसरा पुलिस मौके पर पहुंची और
पहले दफनाने की योजना थी, लेकिन डर गया
पुलिस के मुताबिक, शुरुआत में इरफान नवजात को दफनाने की योजना बना रहा था। लेकिन उसे डर लगा कि अगर कोई देख लेगा तो मामला खुल जाएगा, इसलिए उसने भ्रूण को सड़क पर फेंक दिया और भाग गया। मेडिकल स्टोर मालिक लखाराम ने बिना किसी डॉक्टर की सलाह के यह दवा बेची थी। इसलिए पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार किया है।शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू की। रात 2:30 बजे एक व्यक्ति बच्चे का शव फेंककर जाता हुआ दिखा। पता चला कि वह पांडेसरा इलाके का मोहम्मद इरफान है, जो नाई का काम करता है। पुलिस ने मोहम्मद इरफान को पूछताछ से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। एसीपी जेडआर देसाई ने बताया कि इरफान को पहले से एक साल का बेटा है। दूसरा बच्चा नहीं चाहिए था, इसलिए इरफान ने पत्नी पर गर्भपात के लिए दबाव बनाया। पांडेसरा के एक मेडिकल स्टोर से क्लीन किट” नाम की गर्भपात की दवा खरीदी। पहली बार दवा देने पर गर्भपात नहीं हुआ, फिर दूसरी बार दवा खिलाई, जिससे रात 2 बजे बच्चा जन्मा।