
सूरत (योगेश मिश्रा) शहर में नकली नोटों से ठगी करने की साजिश रच रहे दो लोगों को सूरत पुलिस ने धरदबोचा। पुलिस ने इनके पास से 500 रुपए की असली और नकली नोटों का बंडल बरामद किया है, जिसमें मनोरंजन के लिए बने बच्चों के नोट भी शामिल थे। दोनों आरोपी सूरत के बाजार में नकली नोट खपाकर बड़ी ठगी की योजना बना रहे थे, लेकिन पुलिस की सतर्कता से उनकी चालाकी नाकाम हो गई। पुलिस कमिश्नर अनुपमसिंह गहलोत के निर्देशन में दिवाली के मद्देनज़र अभियान चलाया जा रहा है। सारोली पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर एस.आर. वेकरिया और उनकी टीम ने नियोल चेक पोस्ट पर वाहनों की जांच के दौरान दो संदिग्धों को रोका। पुलिस ने जब उनके बैग की तलाशी ली तो बैग के अंदर से 500 रुपए के चार बंडल मिले, जिनमें ऊपर और नीचे असली नोट थे, जबकि बीच में नकली ‘मनोरंजन बैंक ऑफ इंडिया’ और ‘चिल्ड्रन बैंक ऑफ इंडिया’ के नाम से बने नकली नोट भरे थे।गिरफ्तार आरोपियों की पहचान फारुक बिस्मिला बेग (उम्र 23) और मनोहर अर्कला बालाराजू (उम्र 29) के रूप में हुई है। फारुक महाराष्ट्र के जलगांव का निवासी है, जबकि मनोहर आंध्र प्रदेश के एलुरु का रहने वाला है। पुलिस ने इनके पास से कुल 1,592 नकली नोट और 8 असली नोट बरामद किए। जिनकी कीमत 4000 रुपए है। इसके अलावा चार मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं। जिनकी कीमत 27,000 रुपए है। पुलिस का कहना है कि आरोपी त्योहारी सीजन का फायदा उठाने की फिराक में थे। वे नकली नोटों के जरिए भीड़भाड़ वाले बाजारों में असली नोटों के बदले नकली नोट चलाने की योजना बना रहे थे। उनके मुताबिक 500 रुपए के असली नोटों के बंडल में ऊपर-नीचे असली नोट रखते और बीच में नकली नोटों को छिपा देते थे। जब लोग जल्दी में होते तो वे यह चालाकी पकड़ नहीं पाते, और इसी का फायदा उठाकर आरोपी ठगी करने की योजना बना रहे थे। लेकिन ऐसा हो नहीं पाया।