
सूरत (योगेश मिश्रा) शहर के डिंडोली इलाके में एक शादी समारोह के दौरान भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता उमेश तिवारी ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से 5 राउंड फायरिंग की, जिसमें दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। आरोप है कि पुलिस ने आरोपी को बचाने की कोशिश की और मामले में हत्या के प्रयास की धारा नहीं जोड़ी। रविवार रात डिंडोली इलाके में हुए इस हादसे में संतोष बघेल नामक व्यक्ति को पेशाब के हिस्से में गोली लग गई, जिससे उनकी स्थिति गंभीर हो गई। ढाई घंटे की सर्जरी के बाद अब उसकी स्थिति स्थिर है। वहीं दूसरी और घटना के बाद आरोपी की गिरफ्तारी हुई और उसे अदालत में पेश किया गया, लेकिन पुलिस ने हत्या के प्रयास (धारा 307) नहीं जोड़ी। इसके बजाय, हल्की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया, जिससे आरोपी को 30 हजार रुपए के मुचलके पर जमानत मिल गई। बचाव पक्ष के वकील अरविंद शर्मा ने जमानत याचिका दाखिल की थी।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालः सीसीटीवी
फुटेज में उमेश तिवारी फायरिंग करते नजर आए, लेकिन पुलिस ने घटना को मामूली झगड़े का परिणाम बताया। इस घटना ने भाजपा के नेताओं और पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि आरोपी के राजनीतिक संबंधों के कारण मामले को हल्का दिखाने की कोशिश की गई है।