
सूरत (योगेश मिश्रा) शहर में डॉक्टर की फर्जी डिग्री बनाने के मामले में नया खुलासा हुआ है। मास्टरमाइंड रसेष गुजराथी की गैंग सिर्फ 10 मिनट में आधार कार्ड और पेमेंट रसीद के आधार पर फर्जी डिग्री और मार्कशीट बना देती थी। यह गैंग अब तक BEMS की 1326 फर्जी डिग्री बना चुकी है। इनमें से 812 सूरत, जबकि 14 अन्य राज्यों की हैं। महाराष्ट्र, राजस्थान, झारखंड, एमपी, यूपी व दमन-दीव के 14 लोगों को भी फर्जी डिग्रियां दी गईं। रसेष लोगों के आधार कार्ड, 12वीं की मार्कशीट और पेमेंट की रसीद बीके रावत को अहमदाबाद भेजता था। रावत सिर्फ 10 मिनट में फर्जी मार्कशीट, डिग्री बनाकर वॉट्सएप पर भेज देता था। गैंग फर्जी वेबसाइट BEMSGujarat. com का उपयोग करती थी। पुलिस ने वेबसाइट का डेटा जब्त किया और सॉफ्टवेयर लैब भेज दिया है।
गैंग ने गुजरात में 1282 लोगों को BEMS की फर्जी डिग्री दी
फर्जी डिग्री देने के बाद हर साल रिन्यू कराने को कहता था. जो डाक्टर मना करता उसे धमकी देता था। 70आर रुपए में पका डक्टर बनाने वाले रशेष गुजराती का घोटाला, 1200 को फेक डिग्री दे चुका आरोपियों पर BNHS की धारा 336, 340 और IPC की धारा 465 व 468 लगाई गई है। कई डॉक्टरों ने शिकायत की है कि गिरोह ने उनसे ब्लैकमेल कर पैसे वसूले। पुलिस अब गिरोह द्वारा जारी सभी डिग्रियों की जांच कर रही है और संबंधित जिलों के पुलिस स्टेशनों को डेटा भेजा गया है। –विजय सिंह गुर्जर, डीसीपी
कापोद्राः बिना डिग्री के इलाज कर रहा फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार
शहर में एक और फर्जी डॉक्टर पकड़ा गया है। यह फर्जी डॉक्टर कापोद्रा क्षेत्र में बिना डिग्री के क्लिनिक चला रहा था और लोगों का इलाज कर रहा था। पुलिस ने अखिलेश बरसाती सिंह चौहान (48) नाम के इस फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने सूचना के आधार पर स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ चामुंडा नगर स्थित किरण क्लिनिक छापा मारा था।