सूरत (योगेश मिश्रा) शहर में नगर पालिका के रांदेर जोन में अडाजण एलपी सवाणी से पालनपोर जकातनाका तक जाने वाली सड़क पर मेट्रो संचालन क्षेत्र में रहने वाले लोगों और दुकानदारों के लिए एक आपदा बनता जा रहा है। इस इलाके में मेट्रो के बैरिकेड्स तो हटा दिए गए हैं, लेकिन मेट्रो ने बड़े-बड़े गड्ढों को भरने की जहमत नहीं उठाई है। जिससे इस सड़क पर वाहन चालकों के लिए खतरा बना हुआ है. मेट्रो रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे होने से आसपास के समाज और दुकानदारों को परेशानी हो रही है, लेकिन नेताओं को लोगों का यह दर्द नजर नहीं आता। ऐसे में मेट्रो के कारण लोगों की हालत खराब होती जा रही है।
सुरतिओन मेट्रो का बड़ा सपना सुरतिओन के लिए आफत बनता जा रहा है। मेट्रो की कार्यप्रणाली से लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है. लेकिन चूँकि सूरत की प्रशासनिक व्यवस्था और राजनेताओं को जनता की कोई परवाह नहीं है, इसलिए मेट्रो से होने वाली समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किया जाता है। सूरत के नाना वराछा में मेट्रो परिचालन के दौरान एक क्रेन दुर्घटना के कारण अन्य स्थानों पर भी मेट्रो परिचालन रोक दिया गया है। लेकिन इससे लोगों की परेशानी दोगुनी हो रही है.
सूरत नगर पालिका के रांदेर जोन क्षेत्र में एलपी सवाणी से पालनपुर जकातनाका क्षेत्र तक मेट्रो का एलिवेटेड रूट चल रहा है। लेकिन लोगों का आरोप है कि मेट्रो यह मनमानी कर रही है क्योंकि इस इलाके में लोग नहीं रहते हैं. इस इलाके में मेट्रो संचालन के दौरान बैरिकेडिंग हटा दी गई है, लेकिन न तो मेट्रो और न ही नगर पालिका ने सड़क की मरम्मत की जहमत उठाई है, जिसका शिकार सूरती लोग बन रहे हैं।
इलाके में मेट्रो बैरिकेड्स हटाए जाने के बाद भी सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं। यह सड़क चांद पर बने एक बड़े गड्ढे की तरह हो गई है और जब इसमें पानी भी भर जाता है तो यह सड़क वाहन चालकों के लिए जानलेवा बन जाती है। बड़े-बड़े गड्ढे हैं और दूसरी तरफ बड़ी-बड़ी मेट्रो गाड़ियां भी चल रही हैं. हालांकि बड़े-बड़े गड्ढों को भरने या टूटी सड़कों की मरम्मत का काम अब भी नहीं हुआ है. इससे वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नगर निगम तंत्र यह कहकर हाथ खड़े कर रहा है कि यह काम मेट्रो को करना है, वहीं दूसरी ओर मेट्रो काम नहीं कर रही है, इसलिए लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है और नेता तमाशबीन बनकर देख रहे हैं.