
सूरत (योगेश मिश्रा)शहर में डॉक्टर को एंबुलेंस के व्यापार में पार्टनर बनाकर इन्वेस्टमेंट में मुनाफा देने का लालच देकर 5.81 करोड़ रुपए की ठगी के मामले में दोबारा से हेमंत परमार और हार्दिक पटवा को गिरफ्तार किया। बता दें कि डॉक्टर निकुंज हसमुख पटेल द्वारा आरोपी हेमंत परमार पर आरोप लगाए गए थे कि सनशाइन एम्बुलेंस सर्विस के नाम पर मुनाफा देने की आड़ में उसने इन्वेस्टमेंट कराया और करोड़ों रुपए की ठगी की थी। इतना ही नहीं पार्टनरशिप फर्म के आईसीआईसीआई बैंक का अकाउंट खुलवाया था और उसमें 12 एंबुलेंस पर 1 करोड़ 71 लाख रुपए नाम पर झूठा सर्विस ऑर्डर आरोपी डॉक्टर हार्दिक पटवा ने बनाया था। इसी तरह उन्होंने 5.81 करोड़ रुपए की ठगी की थी। पूर्व में पकड़े गए एंबुलेंस ठगी के मामले में दोबारा से अब हेमंत परमार और हार्दिक पटवा को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उनकी 3 दिन की रिमांड ली गई है। पूछताछ के बाद फिर और जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा।
‘जीएसटी नंबर का दुरुपयोग हुआ’हाईकोर्ट ने ठगी के केस में आरोपी की चार्जशीट व गिरफ्तारी पर स्टे लगाया
सलाबतपुरा थाने में दर्ज ठगी के मामले में फर्म के खिलाफ ही केस दर्ज किया गया था। इस बारे में शुक्रवार को हाईकोर्ट में आरोपी की तरफ से अधिवक्ता जमीर शेख द्वारा a की गई दलील के बाद कोर्ट ने आरोपी से जुड़ी जांच, चार्जशीट पर और गिरफ्तारी पर स्टे लगा दिया है। केस की जानकारी के मुताबिक आरोपी युवराज गुलचो के खिलाफ 17 लाख रुपए की ठगी का मामला दर्ज था। पूरे मामले में आरोपी ने क्वोशिंग पिटीशन दाखिल की थी कि आरोपी की फर्म के जीएसटी नंबर का दुरुपयोग कर ट्रांजैक्शन किया था। आरोपी पिछले 3 महीने से सलाबतपुरा थाने में धक्के खा रहा था। उसने बताया कि किसी ने नंबर का दुरुपयोग कर ट्रांजैक्शन कर आईटीसी ले ली थी। बावजूद पुलिस ने मुझे ही आरोपी बना दिया है।