
सूरत (योगेश मिश्रा) शहर में आत्महत्या की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल ही में उत्राण इलाके में एक और आत्महत्या का मामला सामने आया है। इसमें 30 वर्षीय बैंक कर्मचारी ने पेड़ की डाल पर नायलॉन की रस्सी से फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक के पास से गुजराती में लिखा एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें लिखा था कि मुझसे गलती हो गई है, मैं कर्ज में डूबा था, इसलिए यह कदम उठा रहा हूं। फिलहाल पुलिस ने शव का पंचनामा कर पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया। और आगे की जांच शुरू कर दी है।
गुमशुदगी के बाद पेड़ से लटका मिला शव
मूलतः भावनगर निवासी और सूरत के मोटा वराछा इलाके की हंस सोसाइटी में परिवार के साथ रहने वाले हर्दिक नारायणभाई लुखी (30) अपनी पत्नी और दो साल की बेटी के साथ रहता था और अडाजण स्थित एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के लोन डिपार्टमेंट में कार्यरत था। 8 फरवरी को दोपहर में वह अपने घर से यह कहकर निकला था कि वह बैंक जा रहा है, लेकिन शाम तक वापस नहीं लौटा। जब देर रात तक उसका कोई पता नहीं चला, तो परिवार ने उसकी तलाश शुरू की। परिवार और रिश्तेदारों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अगली सुबह जब परिजन उसकी तलाश में निकले तो अन्नामा बंगाल कैनाल के पास वितरण बंगलों के सामने स्थित दादा भगवान मंदिर के पास पेड़ से लटका हुआ हर्दिक का शव मिला।